Bill Gates AI को उस मुकाम तक ले जाना चाहते है जहाँ AI कोई भी दवाई बनाने में मदद कर सकें। उनका मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सकरात्मक प्रभाव सम्पूर्ण विश्व पर पड़ना चाहिए और उन लोगो पर जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
यहाँ आप पढ़ेंगे:
AI में बदलाव:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काफी अधिक दर से आगे बढ़ रहा है। जिसके कारण भविष्य में तकनीक को लेकर काफी ऊंचाइयां देखने को मिल सकती हैं और इसके द्वारा किसी भी डिस्कवरीज में आसानी होगी और एक कंपनी को या किसी व्यक्ति विषेस को अपने कार्य करने में आसानी होगी। इससे संपूर्ण विश्व एक नई दिशा की ओर प्रस्थान करेगा। अगर हम कहें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में लोगों की रूचि Chat GPT लॉन्च होने के बाद से बन गयी तो यह गलत नहीं होगा।
गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल की घोसणा के बाद तो इसका क्रेज बहुत अधिक बढ़ गया। उस वक्त कई तकनीकी विशेषज्ञों का मानना था कि एक समय ऐसा आएगा जब तकनीक हमारे रोजमर्रा की जीवन का हिस्सा होंगी दूसरी ओर कई तकनीकी विशेषज्ञ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संभावित अंधेरे पक्षों से चिंतित रहते थे और उन्होंने Artificial Intelligence में प्रगति को रोकने के लिए पत्र पर हस्ताक्षर भी किए।
Bill Gates के विचार:
बावजूद इसके हर दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विकास की दर अधिक होने लगी और काफी ऊंचाइयों को छूने लगी। 2023 के अंत में हमारे पास ऐसी कई कंपनियां है जिन्होंने अपने दैनिक कार्यों में कई तकनीक को शामिल करना शुरू कर दिया है Microsoft’s co-founder Bill Gates जो अक्सर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास को प्रोत्साहित करते रहे हैं अब कहते हैं कि 2024 में कई नई खोज होंगी जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण बहुत ही अधिक गति से होंगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का होना किसी भी कंपनी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। बिल गेट्स का मानना है कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस नई डिस्कवरीज़ को बहुत तेजी से बढ़ाएगा जो हम सोच भी नहीं सकते।
पिछले हफ्ते उन्होंने एक year end blog post में लिखा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब नई दवाई बनाने में भी बड़ा बदलाव लाएंगी। जब दवाओं को खोजने की बात आती है तो बहुत सारे डेटा की आवश्यकता होती है और Artificial Intelligence उपकरण इसे बहुत तेजी से करने में मदद कर सकते हैं Artificial Intelligence के द्वारा हम यह डाटा बहुत ही तेजी से रीड कर सकते हैं और इसकी पूरी तरीके से खोज कर सकते हैं बिल गेट्स ने कहा, “कुछ कंपनियां पहले से ही कैंसर की दवाई विकसित करने के लिए Artificial Intelligence का उपयोग कर रही है।”
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गेट्स फाउंडेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उपकरणों का उपयोग करके विश्व में फैली स्वस्थ्य समस्याओं में मदद करना चाहती हैं जैसे कि एड्स, टीबी, और मलेरिया जैसी बीमारियों की दवाईं का आविष्कार करके सबसे गरीब तत्बे के लोगो को प्रभावित करने वाली इन बीमारियों का इलाज हो सके।
इसमें उनकी मदद करेगा Artificial Intelligence यानि कि बिल गेट्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को उस मुकाम तक ले जाना चाहते है जहाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोई भी दवाई बनाने में मदद कर सकें। उनका मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सकरात्मक प्रभाव सम्पूर्ण विश्व पर पड़ना चाहिए और उन लोगो पर जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
उनका कहना है कि उनका बड़ा लैंग्वेज मॉडल एक दिन उच्च जोखिम वाले गर्भधारण का इलाज करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए सह पायलट के रूप में कार्य करेगा इसका उपयोग अंग्रेजी और तेलुगु दोनों में किया जा सकता है और इसका उपयोग करने वाले व्यक्ति के अनुभव के स्तर को स्वचालित रूप से समायोजित किया जाएगा चाहे वह एक नई नर्स हो या तस्कीन के अनुभव वाली दाई हो।
बिल गेट्स का मानना है कि उनका सबसे बड़ा लैंग्वेज मॉडल एक दिन हाई -रिस्क प्रेगनेंसी का इलाज करने वाले डॉक्टर्स के लिए सह पायलट के रूप में कार्य करेगा। इसका प्रयोग अंग्रेजी और तेलुगु दोनों में किया जा सकेगा। यह नौसिखिए और अनुभवी दाइयों दोनों की आवश्यकताओं के अनुरूप स्वचालित रूप से संशोधित हो जाएगा।